सफेद पानी की रामबाण दवा | सफेद पानी का रामबाण इलाज

सफेद पानी की रामबाण दवा : ल्यूकेरिया, जिसे सफेद निर्वहन की समस्या कहा जाता है। यह समस्या महिलाओं में होती है। यह किसी भी उम्र में हो सकता है। ल्यूकेरिया की समस्या में पेशाब से एक चिपचिपा सफेद स्राव निकलता है, उसमें भी बदबू आती है। अगर थोड़ा सा भी सफेद स्राव हो तो कोई समस्या नहीं है, लेकिन अगर इस तरह का डिस्चार्ज कई दिनों से हो रहा है तो यह चिंताजनक बात हो सकती है। इसके लिए डॉक्टर से चेकअप करवाना जरूरी है। आइए जानते हैं ल्यूकेरिया के कारण और सफेद पानी की रामबाण दवा के बारे में –

सफेद पानी (श्वेत प्रदर) के लक्षण

इस रोग में महिला की योनि से सूखा झागदार और थोड़ा सा खून निकलता है। पित्तज में पीला, नीला और लाल रंग का गर्म रक्त प्रवाहित होता है। कफज प्रदर में सफेद रंग की हल्की लाली के साथ लिलिबा स्राव निकलता है और त्रिदोषज लेउत्र में शहद जैसी गर्म और बदबूदार गंध निकलती है। इस रोग में कई लक्षण उत्पन्न होते हैं। जैसे कमजोरी, थकान, नींद आना, बेहोशी, जलन, आंखों का झपकना, शरीर का पीलापन, प्रलाप आदि।

ल्यूकेरिया होने के साथ अन्य लक्षण

ल्यूकेरिया की समस्या में महिलाओं में व्हाइट डिस्चार्ज के साथ अन्य लक्षण भी महसूस हो सकते हैं। इन लक्षणों में अधिक थकान महसूस होना, यूरिनल पार्ट में खुजली होना, चक्कर आना, सिरदर्द या कब्ज होना आदि हो सकते हैं।

ल्यूकेरिया होने के कारण

ल्यूकोरिया होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे अगर महिला अपने आँतों की नियमित सफाई पर ध्यान नहीं दे रही है या किसी तरह का यूरिन इन्फेक्शन भी इसका कारण हो सकता है। इसके अलावा बहुत अधिक यौन संबंध बनाने या बार-बार गर्भपात कराने से भी ल्यूकोरिया जैसी समस्या हो सकती है।

श्वेत प्रदर बीमारी में ध्यान रखने वाली बातें

  • प्रतिदिन ध्यान और योग का अभ्यास करें।
  • ताजा और हल्का गर्म खाना ही खाना चाहिए।
  • शांत, सकारात्मक और प्रसन्न मन से शांत स्थान पर धीरे-धीरे भोजन करें।
  • दिन में तीन से चार बार भोजन अवश्य करें।
  • किसी भी समय भोजन न छोड़ें और अत्यधिक भोजन से बचें।
  • सप्ताह में एक बार उपवास करें।
  • खाना ठीक से चबाकर धीरे-धीरे खाएं।
  • खाना खाने के बाद 3-5 मिनट तक टहलें।
  • सूर्योदय से पहले उठें।
  • अपने दांतों को दिन में दो बार ब्रश करें।
  • रात को सही समय [9 – 10 बजे] सोएं।

सफेद पानी की रामबाण दवा

1. आंवना

सूखे आंवले का पाउडर भी ल्यूकोरिया की समस्या में काफी कारगर नुस्खा है। आंवले के पाउडर के साथ शहद मिलाकर दिन में 2-3 बार सेवन करते रहें। नियमित रूप से इसके सेवन से व्हाइट डिस्चार्ज कम हो जाएगा।

2. स्ट्रॉबेरी

स्ट्रॉबेरी बेरी को सूखाकर रखें। लगभग 3 से 4 ग्राम चीनी (शक्कर) और शहद के साथ इसका बारीक चूर्ण बनाकर सुबह-शाम सेवन करने से प्रदर का रोग समाप्त हो जाता है।

3. केला

प्रदर में भी केला बहुत उपयोगी होता है। अगर सफेद पानी निकलने की समस्या हो तो एक गिलास दूध में आधा चम्मच घी मिलाकर एक केले को मसल कर पी सकते हैं। इसका नियमित सेवन करने से कुछ ही दिनों में सफेद पानी दूर हो जाएगा। साथ ही इसके सेवन से शरीर की थकान भी दूर होगी।

4. गुलाब का फूल

गुलाब के फूलों को छाया में अच्छी तरह सुखा लें, फिर यह बारीक चूर्ण 3 से 5 ग्राम की मात्रा में सुबह-शाम दूध के साथ सेवन करने से प्रदर रोग दूर होता है।

5. काली इलाइची

बड़ी इलायची और काजू को बराबर मात्रा में लेकर पीसकर मिश्री को बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण बना लें, फिर इस चूर्ण को 2 ग्राम की मात्रा में रोजाना सुबह-शाम सेवन करने से महिलाओं में श्वेत प्रदर रोग दूर होता है।

6. फिटकिरी

एक चौथाई चम्मच पिसी हुई फिटकरी को पानी के साथ दिन में तीन बार लेने से दोनों प्रकार का प्रदर ठीक हो जाता है। फिटकरी को पानी में मिलाकर सुबह-शाम योनि को गहराई से धोकर एटमाइजर की मदद से साफ कर लें। खीरे के बीज का गर्भ 10 ग्राम और सफेद कमल की कली 10 ग्राम पीसकर उसमें जीरा और चीनी मिलाकर 7 दिन तक सेवन करने से स्त्रियों का प्रदर समाप्त होता है।

7. गाजर

गाजर, पालक, पत्ता गोभी और चुकन्दर का रस पीने से स्त्रियों के गर्भाशय की सूजन समाप्त हो जाती है तथा प्रदर रोग भी दूर होता है।

8. भिंडी का पानी

सुनने में यह अजीब सा नुस्खा लगता है, लेकिन भिंडी का पानी भी प्रदर की समस्या में बहुत फायदेमंद होता है। इसके लिए 100 ग्राम भिंडी लें और इसे आधा लीटर पानी में तब तक उबालें जब तक कि पानी आधा न हो जाए। इसके बाद पानी ठंडा हो जाए, इसमें थोड़ी मात्रा में शहद मिलाकर पीएं। कुछ ही दिनों में यह समस्या दूर हो जाएगी।

9. मुलहठी

मुलेठी को पीसकर चूर्ण बना लें, फिर इस चूर्ण को 1 ग्राम की मात्रा में सुबह-शाम पानी के साथ लेने से प्रदर रोग नष्ट होता है।

10. खीरा

2 ग्राम खीरे के बीज, कमल ककड़ी, जीरा और चीनी (चीनी) को बराबर मात्रा में लेकर रोजाना सेवन करने से प्रदर में लाभ होता है।

Disclaimer: सलाह यह लेख केवल सामान्य जानकारी प्रदान करता है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें। HindiQueries.Com इस जानकारी की जिम्मेदारी नहीं लेता है।

Final Words

मैं उम्मीद करता हूँ कि अब आप लोगों को सफेद पानी की रामबाण दवा से जुड़ी सभी जानकरियों के बारें में पता चल गया होगा। यह लेख आप लोगों को कैसा लगा हमें कमेंट्स बॉक्स में कमेंट्स लिखकर जरूर बतायें। साथ ही इस लेख को दूसरों के जरूर share करें, ताकि सबको इसके बारे में पता चल सके। धन्यवाद!

रोहित HindiQueries के संस्थापक और सह-संस्थापक हैं। वह पेशे से एक वेब डेवलपर, प्रोग्रामर और ब्लॉगर हैं। उन्हें ब्लॉग लिखना और अपने विचारों और ज्ञान को अन्य लोगों के साथ साझा करना पसंद है।

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