पीसीओडी का घरेलू उपचार | PCOD Ka Gharelu Upchar

पीसीओडी का घरेलू उपचार – आज हर दस में से एक महिला पॉलीसिस्टिक ओवरी डिजीज (पीसीओडी) की समस्या से जूझ रही है। पीसीओडी में महिलाओं के गर्भाशय में पुरुष हार्मोन एंड्रोजन बढ़ता है। जिससे अंडाशय में सिस्ट बनने लगते हैं। वैसे पीसीओडी अनुवांशिक भी हो सकता है। लेकिन इसका मुख्य कारण हार्मोनल असंतुलन, तनाव और मोटापा है।

पीसीओडी का घरेलू उपचार | PCOD Ka Gharelu Upchar
पीसीओडी का घरेलू उपचार | PCOD Ka Gharelu Upchar

कुछ साल पहले तक यह बीमारी 30 से 35 साल की उम्र से ऊपर की महिलाओं में पाई जाती थी। लेकिन अब यह समस्या स्कूल जाने वाली लड़कियों में भी आम है। आज के इस आर्टिकल में हम स्वामी रामेदव के द्वारा बताये गए पीसीओडी का घरेलू उपचार के बारे में विस्तार से जानेंगे.

पीसीओडी के लक्षण

पीसीओडी के लक्षण निम्नलिखित है:

  • तेजी से वजन बढ़ना
  • पेटदर्द
  • पीरियड्स समय पर नहीं आना
  • थकान के लिए
  • बाल झड़ना
  • मुँहासे होना
  • अधिक चेहरे के बाल
  • दर्द और जलन

पीसीओडी का घरेलू उपचार | PCOD Ka Gharelu Upchar

पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम के लिए सबसे पहले लोग घरेलू नुस्खे आजमाते हैं तो आइए जानते हैं इनके बारे में विस्तार से-

दालचीनी का मिश्रण पीसीओएस का इलाज करता है

शोध के अनुसार, दालचीनी इंसुलिन के स्तर को बढ़ने से रोकती है और मोटापा कम करती है। इसके लिए एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर 2-3 महीने तक पिएं।

पीसीओएस में फायदेमंद है पुदीना

एक बर्तन में एक गिलास पानी गर्म करें, अब इसमें 7-8 पुदीने की पत्तियां डालकर दस मिनट तक उबालें। इसे छानकर चाय की तरह पीएं, कुछ हफ्तों तक इसका सेवन करने से टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर कम हो जाता है और शरीर में अतिरिक्त बालों का बढ़ना कम हो जाता है।

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वजन घटाने के साथ पीसीओएस से राहत देती है मेथी

पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम में वजन तेजी से बढ़ता है इसलिए मेथी का सेवन करें। मेथी शरीर में ग्लूकोज के चयापचय को बढ़ावा देती है और इंसुलिन को बढ़ने से रोकती है। मेथी के दानों को रात भर पानी में भिगो दें और एक चम्मच भीगे हुए बीजों को शहद के साथ खाली पेट लें। इसे लंच और डिनर से पहले भी लें। यह घरेलू उपाय (पीसीओएस के लिए घरेलू उपचार) आजमाना फायदेमंद हो सकता है।

पीसीओएस में मुलेठी फायदेमंद

एक कप पानी में एक चम्मच मुलेठी का पाउडर डालकर उबालें। इसका काढ़ा बनाकर चाय की तरह पिएं, कुछ दिनों तक इसका सेवन करने से टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम हो जाता है और शोध के अनुसार पाया गया है कि मुलेठी की जड़ का चूर्ण ओव्यूलेशन की प्रक्रिया को बढ़ावा देता है।

पीसीओएस में फायदेमंद है तुलसी का सेवन

तुलसी में एंटी-एंड्रोजेनिक गुण पाए जाते हैं। 8-10 तुलसी के पत्तों का काढ़ा बनाकर रोजाना पिएं।

Disclaimer : यह लेख केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए हैं। यहाँ पर दी गयी जानकारी का उपयोग किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या या बीमारी के निदान या उपचार हेतु बिना विशेषज्ञ की सलाह के नहीं किया जाना चाहिए। चिकित्सा परीक्षण और उपचार के लिए हमेशा एक योग्य चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। HindiQueries.Com इस जानकारी की जिम्मेदारी नहीं लेता है।

Conclusion

मैं उम्मीद करता हूँ कि अब आप लोगों को पीसीओडी का घरेलू उपचार (PCOD Ka Gharelu Upchar) से जुड़ी सभी जानकरियों के बारें में पता चल गया होगा। यह लेख आप लोगों को कैसा लगा हमें कमेंट्स बॉक्स में कमेंट्स लिखकर जरूर बतायें। साथ ही इस लेख को दूसरों के जरूर share करें, ताकि सबको इसके बारे में पता चल सके। धन्यवाद!

रोहित HindiQueries के संस्थापक और सह-संस्थापक हैं। वह पेशे से एक वेब डेवलपर, प्रोग्रामर और ब्लॉगर हैं। उन्हें ब्लॉग लिखना और अपने विचारों और ज्ञान को अन्य लोगों के साथ साझा करना पसंद है।

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