Surya Namaskar क्या है | सूर्य नमस्कार करने से काबू में रहेगा डायबिटीज

Surya Namaskar for Diabetes: मधुमेह अनियमित और खराब जीवन शैली के कारण होने वाली खतरनाक बीमारी में से एक है। एक मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया में हर 6 मधुमेह रोगियों में से एक भारतीय है। इसके अनुसार, भारत में लगभग 77 मिलियन लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं। बता दें कि जब शरीर में ब्लड शुगर का स्तर अनियमित हो जाता है तो डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। योग कई बड़ी बीमारियों को ठीक करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यही कारण है कि मधुमेह रोगियों के लिए डॉक्टर दवाओं के साथ फिट रहने के लिए योग करने की सलाह भी देते हैं। मधुमेह रोगियों के लिए भी सूर्य नमस्कार फायदेमंद है।

Surya Namaskar क्या है?

सूर्य नमस्कार में कुल 12 प्रकार के आसन हैं जिन्हें 10 अंगों की मदद से किया जाता है। एक प्रकार का योग संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। इसमें इस्तेमाल होने वाले आसनों को कुछ विशेष नामों से जाना जाता है। प्राणासन, हस्तोत्तानासन, हस्तपादासन, अश्वस्ंचालन आसन, चतुरंग दंडासन, अष्टांग नमस्कार, भुजंगासन, अधोमुख स्वरसना, अश्व संचलानासन, हस्तपादासन, हस्तोत्तानासन, प्राणायाम

Surya Namaskar

वजन कम करने में सहायक: अगर इन 12 आसनों को तेजी से किया जाए, तो सूर्य नमस्कार कार्डियो वैस्कुलर वर्क आउट के रूप में भी काम करता है। इससे पेट की मांसपेशियों में खिंचाव होता है, जिससे पेट की चर्बी कम हो सकती है। साथ ही इस योग को करने से पूरे शरीर का वजन भी नियंत्रित रहता है।

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त्वचा की समस्याएं दूर होती हैं: मधुमेह के रोगी भी त्वचा की समस्याओं से तंग आ चुके होते हैं, ऐसे में उनके लिए सूर्य को नमस्कार करना फायदेमंद हो सकता है। ऐसा माना जाता है कि दैनिक सूर्य नमस्कार आपकी त्वचा को लंबे समय तक जवान रख सकता है। इस योग को करने से चेहरे पर झुर्रियां देर से आती हैं और त्वचा में ग्लो भी आता है। सूर्य नमस्कार को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने से शरीर में रक्त संचार बेहतर होता है, जिसकी वजह से आपके चेहरे पर निखार आता है।

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बच्चे भी कर सकते हैं सूर्य नमस्कार: इस योग को करने से दिमाग शांत होता है और बच्चों में फोकस की क्षमता बढ़ती है। वे ध्यान केंद्रित करते हैं और अपने कार्यों को अंजाम देते हैं। साथ ही, सूर्य नमस्कार करने से बच्चों में सहनशक्ति भी बढ़ती है। इतना ही नहीं, परीक्षा के समय में बच्चों में तनाव को दूर करने के लिए योग भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विशेषज्ञों का मानना ​​है कि 5 साल के बाद बच्चे भी इस आसन को कर सकते हैं।

Conclusion

मैं उम्मीद करता हूँ कि अब आप लोगों को Surya Namaskar क्या है | सूर्य नमस्कार करने से काबू में रहेगा डायबिटीज से जुड़ी सभी जानकरियों के बारें में भी पता चल गया होगा। यह लेख आप लोगों को कैसा लगा हमें कमेंट्स बॉक्स में कमेंट्स लिखकर जरूर बतायें। साथ ही इस लेख को दूसरों के जरूर share करें जो लोग सूर्य नमस्कार के बारे में जानना चाहतें हैं, ताकि सबको इसके बारे में पता चल सके। धन्यवाद!

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