Lalaji ne kela khaya Lyrics | लालाजी ने केला खाया | कविता | Poem

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लालाजी ने केला खाया (Lalaji ne kela khaya Lyrics) कविता

लालाजी ने केला खाया (Lalaji ne kela khaya Lyrics) कविता

लालाजी ने केला खाया
केला खाकर मुंह पिचकाया
मुंह पिचकाकर तोंद फुलाई
तोंद फुलाकर छड़ी उठाई

छड़ी उठाकर कदम बढ़ाया
कदम के नीचे छिलका आया
लालाजी तो गिरे धड़ाम
हड्डी पसली दोनों टूटी
मुंह से निकला हाय राम! हाय राम!

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Lalaji ne kela khaya Lyrics in English

Lalaji ne kela khaya
Kela kha ke muh pichkaya
Muh pichkaakar tond fulai
Tond fulakar chhadi uthai

Chhadi uthakar kadam badhaya
Pair ke neeche chhilka aaya
Lalaji to gire dhadaam
Haddi paasli dono tuti
Muh se nikla Haaye Ram Haaye Ram! Haaye Ram!

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रोहित HindiQueries के संस्थापक और सह-संस्थापक हैं। वह पेशे से एक वेब डेवलपर, प्रोग्रामर और ब्लॉगर हैं। उन्हें ब्लॉग लिखना और अपने विचारों और ज्ञान को अन्य लोगों के साथ साझा करना पसंद है।

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