कौवा और लोमड़ी की कहानी | Kauwa Aur Lomdi Ki Kahani

नमस्कार दोस्तों! आज मैं आप के लिए लेकर आया हूँ कौवा और लोमड़ी की कहानी (Kauwa Aur Lomdi Ki Kahani), जिसे पढ़ कर आप को जरुर से आनंद आएगा और कुछ नया सिखने को भी मिलगे।

तो चलिए शुरू करते हैं।

कौवा और लोमड़ी की कहानी (Kauwa Aur Lomdi Ki Kahani)

कौवा और लोमड़ी की कहानी | Kauwa Aur Lomdi Ki Kahani
कौवा और लोमड़ी की कहानी | Kauwa Aur Lomdi Ki Kahani

किसी जंगल में एक कौआ रहता था। हर कोई उससे दूर ही रहता था, क्योंकि वह अपनी कर्कश आवाज में गाता रहता था और सभी जानवर उससे परेशान रहते थे।

एक दिन वह भोजन की तलाश में जंगल से दूर गांव की ओर निकल कर आ गया। किस्मत से उसे वहां एक रोटी मिल गई। रोटी लेकर वो वापस जंगल की ओर आ गया और आकर अपने पेड़ पर बैठ गया।

उसी जंगल में एक लोमड़ी रहती थी जो उस दिन बहुत ही भूखी थी। वह अपनी भूख मिटाने के लिए भोजन की खोज में इधर-उधर घूम रही थी और सारा जंगल छान मारने के बाद भी जब उसे कुछ न मिला तो वह गर्मी और भूख से परेशान होकर उसी पेड़ नीचे आकर बैठ गई जिस पेड़ पर कौआ मुह में रोटी लिए बैठा था।

अचानक लोमड़ी की नजर ऊपर बैठे कौवे पे गई। उसने कौवे के पास रोटी देखी और रोटी को किसी भी तरह खाने का विचार करने लगी।

जैसे ही कौआ रोटी खाने को हुआ, नीचे से लोमड़ी की आवाज आई – “अरे कौआ महाराज, मैंने सुना है कि यहां पर बहुत सुरीली आवाज में कोई गाना गाता है, क्या वो आप हैं।”

लोमड़ी के मुंह से अपनी आवाज की तारीफ सुनकर कौआ मन ही मन बहुत खुश हुआ और अपना सिर हां में हिला दिया।

इस पर लोमड़ी बोली कि क्यों मजाक कर रहे हो महाराज। इतनी मधुर आवाज में आप गा रहे थे, मैं यह कैसे मान लूं? अगर आप गा कर बताएंगे, तो मुझे यकीन हो जाएगा।

कौआ अपनी प्रशंसा को सुनकर बहुत खुश हुआ। वह लोमड़ी की मीठी मीठी बातों में आ गया और बिना सोचे-समझे उसने गाना गाने के लिए मुंह खोल दिया। उसने जैसे ही अपना मुंह खोला, रोटी का टुकड़ा नीचे गिर गया। भूखी लोमड़ी ने झट से वह टुकड़ा उठाया और वहां से भाग गई।

भूखा कौआ लोमड़ी को देखता रह गया और अपने किए पर बहुत पछताया।



Crow And Fox Story In English

A crow lived in a forest. Everyone stayed away from him because he used to sing in his hoarse voice and all the animals were annoyed by him.

One day, in search of food, he came out of the forest away from the village. Luckily he found a roti there. Taking the bread, he came back to the forest and came and sat on his tree.

In the same forest there lived a fox who was very hungry that day. She was wandering here and there in search of food to satiate her hunger and even after searching the whole forest, when she could not find anything, she came down from the heat and hunger and sat down on the same tree on which the crow was eating bread. Was sitting for

Suddenly the fox’s eyes went to the crow sitting above. She saw the bread near the crow and started thinking of eating the bread in any way.

As soon as the crow happened to eat the bread, the fox’s voice came from below – “Hey crow king, I have heard that someone sings here in a very melodious voice, is that you?”

The crow was very happy to hear the praise of its voice from the fox’s mouth and shook its head in yes.

On this the fox said why are you joking, Maharaj. You were singing in such a sweet voice, how can I believe it? If you sing and tell, I will believe.

The crow was very happy to hear his praise. He was taken in by the fox’s sweet words and without thinking twice opened his mouth to sing. As soon as he opened his mouth, the piece of bread fell down. The hungry fox quickly picked up the piece and ran away.

The hungry crow kept looking at the fox and regretted his actions.

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अंतिम शब्द

तो दोस्तों, इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है की आपको कभी किसी की बातों में नहीं आना चाहिए। साथ ही ऐसे लोगों से बचना चाहिए, जो आपकी झूठी तारीफ करते हैं। ऐसे लोग सिर्फ अपना काम निकालने के लिए ऐसा व्यवहार करते हैं।

मैं उम्मीद करता हूँ कि आपको कौवा और लोमड़ी की कहानी (Kauwa Aur Lomdi Ki Kahani) पसंद आई होगी। यह लेख आप लोगों को कैसा लगा हमें कमेंट्स बॉक्स में कमेंट्स लिखकर जरूर बतायें। साथ ही इस लेख को दूसरों के साथ भी जरूर शेयर करें जो लोग कौवा और लोमड़ी की कहानी के बारे में जानना चाहतें हैं, ताकि सबको इसके बारे में पता चल सके। धन्यवाद!

सुधांशु HindiQueries के संस्थापक और सह-संस्थापक हैं। वह पेशे से एक वेब डिज़ाइनर हैं और साथ ही एक उत्साही ब्लॉगर भी हैं जो हमेशा ही आपको सरल शब्दों में बेहतर जानकारी प्रदान करने के प्रयास में रहते हैं।

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