संधि किसे कहते हैं? (परिभाषा और प्रकार) | Sandhi Kise Kahate Hain

नमस्कार दोस्तों! इस लेख में आपको संधि किसे कहते हैं (Sandhi Kise Kahate Hain), संधि की परिभाषा (Sandhi Ki Paribhasha), संधि-विच्छेद किसे कहते हैं, संधि के प्रकार (Sandhi Ke Prakar), संधि के उदाहरण, आदि के बारे में विस्तार से जानने को मिलने वाला हैं।

अतः आर्टिकल को अंत तक पढ़े और हो सके तो अपने दोस्तों के साथ भी जरुर से शेयर करें। चलिए शुरू करते हैं।

संधि किसे कहते हैं? (परिभाषा और प्रकार) | Sandhi Kise Kahate Hain

संधि किसे कहते हैं (Sandhi Kise Kahate Hain)

दो समान वर्णो के मेल से जो विकार (बदलाव ) उत्पन होता है उसे ही संधि कहते है। संधि में पहले शब्द के अंतिम वर्ण और दूसरे शब्द के प्रथम वर्ण से एक नए शब्द का निर्माण होता है।

जैसे – विद्या + अर्थी = विद्यार्थी

उपरोक्त उदाहरण में प्रथम शब्द (विद्या) के अंतिम वर्ण ‘द्या’ मे की ध्वनि प्रतीत हो रही है, और दूसरे शब्द (अर्थी) के प्रथम वर्ण में की ध्वनि प्रतीत हो रही है। तो इस प्रकार दोनों मिलकर एक नए शब्द का निर्माण करते है जो होगा विद्यार्थी

संधि की परिभाषा (Sandhi Ki Paribhasha)

ऊपर आपने जाना की संधि किसे कहते हैं, आप चाहे तो उपरोक्त परिभाषा को भी संधि की परिभाषा (Sandhi Ki Paribhasha) के रूप में लिख सकते हैं। परन्तु यदि आपको संधि की सबसे सरल परिभाषा चलिए तो निचे लिखे परिभाषा को देख सकते हैं।

दो अक्षरों के आपस में मिलने से उनके रूप और उच्चारण में जो परिवर्तन होता है, उसे संधि कहते हैं।

संधि के उदाहरण –

  • जगत + नाथ = जगन्नाथ
  • विद्या +आलय = विद्यालय
  • वाचन + आलय = वाचनालय
  • गण + ईश = गणेश

संधि-विच्छेद किसे कहते हैं?

संधि के नियमों द्वारा बने वर्णों को वापस अपने मूल अवस्था में लेकर आना ही संधि विच्छेद कहलाता है। दुसरे शब्दों में – ‘जिन अक्षरों के बीच संधि हुई है यदि उन्हें संधि के पहलेवाले रूप में अलग-अलग करके रखा जाए, तो उसे ‘संधि-विच्छेद’ कहा जाएगा।’

संधि-विच्छेद के उदाहरण –

  • नवागत = नव + आगत
  • स्वार्थी  =  स्व + अर्थी
  • महोदय = महा + उदय
  • गणेश = गण + ईश
  • दिगम्बर = दिक् + अम्बर

संधि के प्रकार (Sandhi Ke Prakar)

ऊपर हमने संधि किसे कहते हैं (Sandhi Kise Kahate Hain) और संधि की परिभाषा (Sandhi Ki Paribhasha) के बारे में जाना हैं। अब हम जानेंगे की संधि कितने प्रकार की होती है, तो मैं आपको बता दू की संधि के तीन प्रकार या भेद होते हैं जोकि निम्नलिखित हैं।

  • स्वर संधि
  • व्यंजन संधि
  • विसर्ग संधि

संधि के प्रकारों पर हमने एक डिटेल आर्टिकल लिख रखा हैं, जिसे आप चाहे तो निचे दिए लिंक से जाकर पढ़ सकते हैं।

अभी पढ़े – संधि के कितने भेद होते हैं?

अंतिम शब्द

तो दोस्तों अज हमने संधि किसे कहते हैं (Sandhi Kise Kahate Hain), संधि की परिभाषा (Sandhi Ki Paribhasha), संधि-विच्छेद किसे कहते हैं, संधि के प्रकार (Sandhi Ke Prakar), संधि के उदाहरण, आदि के बारे में विस्तार से जाना हैं।

अब यदि आपको यह लेख पसंद आया हैं तो इसे अपने सभी दोस्तों के साथ भी जरुर से शेयर करे। आर्टिकल को अंत तक पढने के लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद।

सुधांशु HindiQueries के संस्थापक और सह-संस्थापक हैं। वह पेशे से एक वेब डिज़ाइनर हैं और साथ ही एक उत्साही ब्लॉगर भी हैं जो हमेशा ही आपको सरल शब्दों में बेहतर जानकारी प्रदान करने के प्रयास में रहते हैं।

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