शेयर मार्केट टिप्स (Share Market Tips in Hindi) को हर नए या पुराने निवेशक या ट्रेडर ने कभी न कभी तो जरुर से जानने की कोशिश की होगी। यदि आप भी उनमे से एक हैं तो आप बिलकुल सही जगह पर हैं।
शेयर मार्केट में पैसे बनाना उतना भी आसान नहीं होता जितना की एक नया निवेशक को लगता है। शेयर बाज़ार से लाभ कमाने के लिए शेयर मार्केट क्या है? यह समझना बहुत ही जरुरी है।
आज के इस लेख में मैं आप के लिए 10 Best Share Market Tips in Hindi लेकर आया हूँ, जिनको शेयर मार्केट में निवेश करने के पहले आपको जरूर पढ़ लेने चाहिये।
तो चलिए शुरू करते हैं।
शेयर बाजार में निवेश का मतलब है किसी कंपनी और उसके कारोबार में निवेश करना। अब जब आप अपना पैसा किसी बिजनेस में लगा रहे हैं तो उस कंपनी के बारे में पूरी जानकारी होना बहुत जरूरी है साथ ही उस कंपनी में वर्तमान में क्या चल रहा है और उस कंपनी ने आने वाले समय में ग्रोथ के लिए क्या किया है, यह भी पता होना आवश्यक हैं।
जिस प्रकार शेयर बाज़ार के नियम होते हैं, ठीक उसी प्रकार यहां कुछ शेयर मार्केट टिप्स (Share Market Tips in Hindi) दी गई हैं जो आपको सही निवेश करने में मदद करेंगी।
1. निवेश करने से पहले सीखना जरुरी है
बिना कुछ जाने कभी भी शेयर बाजार में न कूदें। पहले शेयर बाजार को अच्छी तरह से समझ लें फिर उसमें आएं। परन्तु अब सवाल आता हैं की आखिर शेयर मार्केट कैसे सीखे?
सीखने के लिए खुद को समय दें, बिजनेस से जुड़े अखबार पढ़ें, शेयर बाज़ार की किताबें पढ़े, कंपनियों के बिजनेस प्लान को समझें, बैलेंस शीट पढ़ना सीखें, पी/ई, ईपीएस, आरओई अच्छे से जानें फिर किसी भी शेयर में निवेश करें।
2. अपना निवेश लक्ष्य निर्धारित करें
शेयर मार्केट टिप्स (Share Market Tips in Hindi) में दूसरा सुझाव यह है कि एक निवेशक को सबसे पहले एक निवेश लक्ष्य बनाना चाहिए। कोई भी निवेश शुरू करने से पहले आपको निवेश के लिए एक लक्ष्य निर्धारित करना होगा। और आप लक्ष्य कब निर्धारित कर सकते हैं जब आप जानते हैं कि जिस कारण से आप उस कंपनी में निवेश कर रहे हैं, वह कंपनी कितने समय तक बढ़ सकती है। जैसा कि आज का समय स्मार्टफोन का है, अगर कोई कंपनी स्मार्टफोन बना रही है तो वह बढ़ रही होगी और अपने शेयरधारकों को अच्छा रिटर्न दे रही होगी।
लेकिन क्या आप अभी से 5-10 साल में ग्रोथ की उम्मीद कर सकते हैं?
टेक्नोलॉजी में आए दिन कुछ न कुछ बदलाव और मांगें आती रहती हैं, जिससे आप आने वाले 2-4 सालों में कंपनी में निवेश करके अच्छे रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं, लेकिन उससे आगे अगर कंपनी किसी नई तकनीक का इस्तेमाल नहीं करती है, तो शायद उसमें आप एक निश्चित समय के बाद ज्यादा लाभ या रिटर्न की उम्मीद नहीं कर सकते हैं।
वहीं अगर आप ग्रीन एनर्जी जैसी कंपनियों को देखें तो हो सकता है कि अभी इसमें आपको ज्यादा अच्छा प्रदर्शन न दिखे, लेकिन आने वाले समय में आप इससे ज्यादा रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं। इसलिए अगर आप आज ऐसी कंपनी चुनते हैं तो आपको कम से कम 5 साल या उससे ज्यादा समय तक इसे होल्ड करके ही अच्छा रिटर्न कमाने का मौका मिलेगा।
3. अच्छी कंपनी को चुनें
आपको ऐसी कंपनी की इक्विटी (शेयर) खरीदनी चाहिए जो आर्थिक रूप से बहुत मजबूत हो, साथ ही यह भी देखें कि उसका प्रबंधन (मैनेजमेंट) कैसा है। क्योंकि जो कंपनी आर्थिक रूप से कमजोर हो जाती है या जिसका प्रबंधन खराब होता है, उसके शेयर मूल्य घटने की संभावना बढ़ जाती है।
आप निफ्टी और सेंसेक्स में शामिल कंपनियों के शेयर को बेजिझक खरीद सकते हैं क्योंकि वह कंपनियां अपने क्षेत्र की बहुत अच्छी कंपनियां हैं।
4. फंडामेंटल एनालिसिस करें
अब हर टेक्नोलॉजी या ग्रीन एनर्जी कंपनी आपको एक जैसा रिटर्न नहीं दे सकती और साथ ही इन सेक्टर्स की हर कंपनी प्रॉफिटेबल नहीं हो सकती। तो कैसे तय करें कि कौन सी कंपनी किस क्षेत्र में बेहतर है?
उसके लिए कंपनी का मौलिक विश्लेषण (फंडामेंटल एनालिसिस) करना जरुरी है। फंडामेंटल एनालिसिस आपको कंपनी की सभी वैल्यू, प्रॉफिट, रेवेन्यू, डेट आदि की जानकारी देता है। इसके साथ ही वह आने वाले समय में कंपनी में अपेक्षित ग्रोथ की भी जानकारी देता है। एक तरह से फंडामेंटल एनालिसिस किसी भी कंपनी की सभी अच्छी और बुरी चीजों के बारे में जानकारी प्राप्त करने का एक तरीका है।
इसके लिए आपको कंपनी और उसके व्यवसाय का विस्तार से विश्लेषण करना होगा और विभिन्न अनुपातों की गणना करनी होगी जो आपको अंत में एक सही निर्णय लेने में मदद करता है। इसे आसान बनाने के लिए आप सबसे पहले स्टॉक मार्केट एनालिसिस कर सकते हैं, यानी आप इंडेक्स के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं। इससे आप जानकारी प्राप्त कर सकते हैं कि कौन सा क्षेत्र फलफूल रहा है और कौन सा क्षेत्र घट रहा है और उसके अनुसार स्टॉक को श्रेय दे सकते हैं।
5. अलग-अलग सेक्टर्स में इन्वेस्ट करें
अपना सारा पैसा एक ही प्रकार के व्यवसाय में निवेश न करें। थोड़ा-थोड़ा करके आपको अपना पैसा कई तरह की कंपनियों में निवेश करना चाहिए।
शेयर बाजार में आपको निवेश के अलग-अलग विकल्प मिलते हैं जैसे इक्विटी शेयर, म्यूचुअल फंड, बॉन्ड आदि। साथ ही बाजार में बहुत सारे सेक्टर हैं, आप अलग-अलग निवेश विकल्प चुन सकते हैं या उन सेक्टर्स में निवेश करने की योजना बना सकते हैं जो सेक्टर आने वाले समय में आपको अच्छा रिटर्न दे सकता है।
यह निवेशक को एक स्वस्थ और संतुलित पोर्टफोलियो बनाए रखने में मदद करता है। एक डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो अस्थिरता के प्रभावों को बेहतर ढंग से संभाल सकता है, क्योंकि एक सेक्टर में गिरावट अक्सर दूसरे में अपट्रेंड का कारण बनती है।
6. एवरेजिंग करें
किसी भी कंपनी में एक ही बार में पूरा पैसा निवेश न करें, बल्कि थोड़ा-थोड़ा करके निवेश करें। जब भी मार्केट में गिरावट आये तब जिन शेयर्स को आपने पहले से ले रखा है उन्ही शेयर्स को फिर से कम दाम पर खरीद ले, इसे ही एवरेजिंग करना कहा जात है।
इस प्रकार से एवरेजिंग करने पर आपकी एवरेज बाइंग कास्ट निचे जाती जाएगी, और आप भविष्य में शेयर के बढ़ने पर ज्यादा मुनाफा कम सकेंगे। परन्तु एवरेजिंग केवल अच्छी और लो रिस्क कंपनियों के शेयर्स के साथ ही करें।
7. लम्बे अवधि के लिए निवेश करें
आपको शेयर बाजार में लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहिए। ऐसा करने से लाभ होना की सम्भावना बहुत हद तक बढ़ जाती है। Intra-day ट्रेडिंग से कम समय में अधिक पैसा कमाया जा सकता है लेकिन इसमें जोखिम भी है। इससे आपको नुकसान भी हो सकता है। इसलिए लॉन्ग टर्म निवेश ही करें।
8. भावनाओं पर काबू रखें
शेयर बाजार में निवेश के रास्ते में सबसे बड़ी बाधाओं में से एक भावनाओं को नियंत्रित करना है। कई निवेशक महत्वपूर्ण निर्णय लेते समय अपनी भावनाओं पर नियंत्रण नहीं रख पाते हैं। समग्र बाजार प्रदर्शन और कंपनियों की कीमतें अल्पावधि में निवेशक भावना को दर्शाती हैं।
कभी-कभी किसी निवेशक का निर्णय अन्य निवेशकों के कार्यों से अत्यधिक प्रभावित होता है। इसके बजाय, तार्किक निर्णय लेने के लिए निवेशक को स्थिति का विश्लेषण करना चाहिए।
भावनाओं पर काबू रखना, इसे आप शेयर मार्केट टिप्स (Share Market Tips in Hindi) में सबसे महत्वपूर्ण सुझावों में से एक के रूप में देखें।
9. पोर्टफोलियो के लिए रिस्क प्रोफाइल बनाएं
स्टॉक एक्सचेंज में निवेश करना जोखिम भरा है, इसलिए आपको अपना खुद का जोखिम प्रोफाइल जरुर बनाना चाहिए। इसमें एक तरह से सुनिश्चित कर लें कि आप कितना रिस्क ले सकते हैं।
ज्यादातर ब्रोकर आपको स्टॉप लॉस ऑर्डर का विकल्प देते हैं। इससे यह फायदा होता है कि जैसे ही शेयर की कीमत गिरने लगती है, तो आपके शेयर को आपके ब्रोकर द्वारा एक विशेष कीमत पर स्वचालित रूप से बेच दिया जाता है। इससे आप नुकसान उठाने से बच जाते हैं।
10. लालची होने से बचें
शेयर बाजार अप्रत्याशित और अत्यधिक अस्थिर हैं। कभी-कभी तो कई अनुभवी निवेशक भी बाजार की चाल को ठीक से समझ नहीं पाते हैं।
इसलिए शुरुआती निवेशकों के लिए यह थोड़ा मुश्किल है। इन्हीं कारणों से ट्रेडर्स को सलाह दी जाती है कि वे अपना निवेश करने से पहले बाजार में प्रवेश और बाहर निकलने की कीमतों का निर्धारण करें।
साथ ही, यह सलाह दी जाती है कि निवेशक द्वारा लक्ष्य प्राप्त करने के बाद पोजीशन को बंद कर दें। इसके बाद वे अपना मुनाफा बुक कर सकते हैं। शेयर बाजार के सुझावों से यह समझना आवश्यक है कि बाजार की स्थितियों की अपेक्षाओं के साथ कभी भी लालची न हों।
अंतिम शब्द
तो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने शेयर मार्केट टिप्स (Share Market Tips in Hindi) के बारे में विस्तार से जाना हैं। मैं आशा करता हूँ की आप सभी को हमारा यह आर्टिकल जरुर से पसंद आया होगा।
अब यदि आपको यह लेख पसंद आया हैं और इससे कुछ भी नया सिखने को मिला हो तो इसे अपने सभी दोस्तों के साथ भी जरुर से शेयर करें।
आर्टिकल को अंत तक पढने के लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद!