Best Hindi Kahani | चाइनीज भेल वाले की सफलता

Hindi Kahani | चाइनीज भेल वाले की सफलता Hindi Queries

Best Hindi Kahani चाइनीज भेल वाले की सफलता

एक दिन लखन सिंह का बेटा चमन दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रजुएशन करके वापस अपने गाँव लौटता है तो लखन सिंह अपने बेटा से पूछा आ गए बेटा आगे क्या करने का इरादा है मैं तो कहता हूँ तुम आईएएस की तैयारी कर लो, चमन बोला नही पिताजी हमारे देस को इस समय बिज़्नेस करने वालो की जरूरत है ऐसे लोगो की जो रोजगार पैदा कर सके। मैं कोई न कोई बिजनेस ही करुगा ?

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तभी लखन सिंह बोला आज तक हमारे परिवार में किसी ने बिज़्नेस नहीं किया और हमारे पास इतना पैसा भी नहीं है। तो बिजनेस कैसे होगा. फिर चमन बोला आप पैसा की चिंता न क़रीरे पापा बिजनेस करने के लिए दिमाग चाहिए थोड़ ही पैसे में बिज़्नेस किया जा सकता है?

एक दिन चमन बाजार जाता है और देखता है लालाराम  ढाबा पर बहुत सारे खाना खाने वाले की भीड़ लगी है तभी वो सोचा मुछे एक ढाबा खोलना चाहिए और इसके लिए कोई बड़ी पूजी की जरूरत नहीं है चमन अपने दोस्तों से पैसे उधार लेकर एक ढाबा खोल लेता है ?

चमन खाने में बहुत ही अच्छा वाला माल इस्तमल करता अच्छा वाला आटा अच्छे वाले चावल , शुरू के दो दिन चमन के दुकान पर कोई नहीं आता फिर एक दिन एक आदमी आता है और पूछता है आरे भाई कितने रूपये की थाली दी है तो चमन बोला  मात्र चालीस रुपये की फिर दो तीन लोग और भी आते है और चमन की खाने की बहुत तारीफ करते है चमन की सब्जी खा कर लोग अपने अंगुलिया चाटते रह जाते है 

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ऊपर से चनम का बेवहार बहुत अच्छा था वो अपने ग्राहकों की बहुत इज्जत करता , लेकिन धीरे धीरे चमन के दुकान पर भीड़ बहुत जादे बढ़ने लगी एक दिन चनम किसी ग्राहक को सब्जी देने जा रहा होता है तभी उसका पैर फिसल गया और चमन के सर पर चोट लग जाता है ?

एक महीने बाद जब चमन हॉस्पिटल से वापस अपने ढाबे पर लौटत है तो वो देखता है उसके आस पास चार पांच नए ढाबे खुल गए, चमन दुबारा ढाबा खोलता है और अपने सात एक लड़के को भी काम पर रख लेता है लेकिन इस बार ग्राहक की सख्या बहुत कम रहती है, चमन को मज़बूरी में अपना ढाबा बंद करना पड़ जाता है?

और घर जाता है तो लखन सिंह बोला मैं तो पहले ही माना कर रहा था कि बिजनेस मत कर किसी सरकारी नौकरी की तैयारी कर ले, तो चमन बोल पिताजी किसी भी काम में ऐसी छोटी बड़ी परेशानिया आती रहती है लेकिन हमें हार नहीं मानना चाहिए ,

तो लखन सिंह बोला मुझे कुछ नही पता गांव के सारे लड़के नौकरी तयारी कर रहे है, या तो सरकारी नौकरी की तैयारी कर या घर से निकल जा , चमन उदास होकर गांव में घूम रहा होता था तभी उसे एक पत्ता गोभी बेचने वाला दिखाई देता है पता गोभी को देखकर उसे याद आता है एक बार उसने दिल्ली मे चाइनिस भेल खाया था,

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तभी उसे विचार आया क्यों न चाइनिस भेल का धंधा किया जाय चमन नूडल्स,पता गोभी और बाकी जरूरत की सारी चीजे खरीद लेता है और अपना ढेला एक स्कूल के सामने खड़ा कर लेता है

दिन में वो सामान तैयार करते और शाम को चाइनिस भेल बेचता चमन के पास स्कूल के बच्चों की भीड़ लग जाती ,जल्द ही चमन के पास खूब पैसे आने लगते है चमन पुरे गाँव में चमन चाइनिस भेल वाले के नाम से फैमस हो जाता है, एक दिन लखन सिंह अपने दोस्त के घर जाते है तो उनका दोस्त बोला आओ आओ लखन सिंह लो ये चाइनिस भेल खाओ तो लखन सिंह बोला ये तो मै पहली बार खा रहा हू?

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लखन सिंह चाइनिस भेल खा कर देखते है ारे बाह इसका स्वाद बहुत ही अच्छा है और बोलते है किसने बनाया है तभी उनका दोस्त बोला तुम्हे नही पता ये तुम्हारे बेटे चमन ने बनाया है? पुरे गाँव के लोग उसके चाइनिस भेल कहते है, लखन सिंह अपने बेटे के पास जाता है लखन सिंह देखता है

कि चमन बहुत मेहनत से काम कर रहा है और उसने काफी अच्छे कपडे पहन रखा है और लखन सिंह बोला मझे माफ कर दो बेटे मै तुम्हे समछ नही पाया , तभी चमन बोला कोई बात नही पिताजी और फिर लाखन सिंह बोला अब मेरी समछ में आ गया कि पैसा और इज्जत केवल नौकरी से ही नही बल्कि बिज़्नेस करने से भी आते है

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Source: Koo Koo TV – Hindi

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