नीम की छाल के फायदे | Benefits of Neem Bark In Hindi

नीम की छाल के फायदे: नीम की छाल के फायदे अनेक हैं। नीम एक प्रकार का पेड़ है जिसका प्रयोग कई आयुर्वेदिक औषधियों को बनाने में किया जाता है। नीम एक बहुत ही फायदेमंद पेड़ है जिसके पत्ते और छाल का उपयोग कई बीमारियों के इलाज के लिए भी किया जाता है।

नीम की छाल के फायदे | Benefits of Neem Bark In Hindi
नीम की छाल के फायदे | Benefits of Neem Bark In Hindi

नीम की छाल में कई ऐसे गुण होते हैं जो कई बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं। नीम में ठंडक का असर होता है इसलिए गर्मियों में इसके पत्तों का इस्तेमाल करना बहुत फायदेमंद होता है।

आज के इस आर्टिकल में हम नीम की छाल के फायदे (Benefits of Neem Bark In Hindi) के बारे में विस्तार से जानेंगे. अतः पोस्ट को अंत तक पढ़े.

नीम की छाल के फायदे | Benefits of Neem Bark In Hindi

नीम की छाल के फायदे निम्नलिखित है:

1. अल्सर के रोगियों के लिए फायदेमंद

नीम की छाल अल्सर के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद होती है। नीम की छाल के अर्क में मौजूद पोषक तत्व अल्सर जैसी बीमारी के लक्षणों को कम करने में मदद करती है। नीम की छाल में एंटी-अल्सर के गुण पाए जाते हैं जिसका सेवन करने से अल्सर संबंधी समस्या से बचा जा सकता है। इसके अलावा नीम की छाल का अर्क पीना गैस्ट्रिक हाइपर एसिडिटी के प्रभाव पर भी बेहद असरदार होता है।

2. मलेरिया में नीम की छाल के फायदे

नीम की छाल का उपयोग मलेरिया के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। मलेरिया के दौरान बुखार आने पर नीम की छाल को पानी में उबालकर इसका काढ़ा तैयार कर लें। अब इस काढ़े को पीने से मलेरिया के बुखार से तुरंत राहत मिलती है।

3. त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद

नीम की छाल त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद होती है। त्वचा में कील, मुहांसे, ब्लैकहेड्स और वाइटहेड्स की समस्या को दूर करने के लिए नीम की छाल का पेस्ट बनाकर इसका लेप लगाने से यह समस्याएं खत्म हो जाती है। नीम की छाल में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते है जो त्वचा संबंधी रोगों से सुरक्षा करने में बेहद मददगार होता है।

4. शक्ति वर्धक गुण मौजूद होता है

नीम की छाल में शक्ति वर्धक गुण मौजूद होते है जो शरीर को स्वस्थ्य रखने और कई रोगों से सुरक्षा करने में मदद करते है। नीम की छाल में एंटी ऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते है जो रक्त को साफ़ करके रक्त संबंधी समस्याओं से सुरक्षा करने में मदद करते है।

5. दांतों के लिए बेहद फायदेमंद होती है नीम की छाल

नीम की छाल दांतों के लिए बेहद फायदेमंद होती है। नीम के पत्तों की छाल के चूर्ण में सोना गेरू और सेंधा नमक मिलाकर इनका चूर्ण बना लें। चूर्ण को अच्छी तरह सूखा कर एक शीशी की बोतल में भर लें। अब इस चूर्ण से रोजाना मंजन करें ऐसा करने से दांतों से संबंधित समस्याएं खत्म हो जाती है और दांत स्वस्थ रहते है।

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6. पेट के दर्द को कम करे

नीम की छाल पेट के दर्द को कम करने में बेहद लाभदायक होती है। नीम की छाल को जौं के साथ पीसकर इसका पेस्ट बना लें और इसमें थोड़ा नमक मिला लें। अब इस मिश्रण को गुनगुने पानी के साथ खाए ऐसा करने से पेट दर्द तुरंत ठीक हो जाता है।

7. दस्त में नीम की छाल के फायदे

नीम की छाल के रस का सेवन करने से आंव वाले दस्त की समस्या को ठीक किया जा सकता है। इसके अलावा नीम की छाल के रस में शहद मिलाकर पीने से उल्टी की समस्या से भी छुटकारा पाया जा सकता है।

8. डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद

नीम की छाल डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद होती है। नीम की छाल के साथ गाजर के बीज, ढाक के बीज काले तिल को पीसकर पुराने गुण के साथ मिला लें। अब इस मिश्रण को पानी के साथ मिट्टी के बर्तन में अच्छी तरह पकाए। उसके बाद इस पानी को अच्छी तरह छान ले और पीए इससे डायबिटीज के लक्षणों को कम किया जा सकता है।

9. प्रसव की समस्या को दूर करे

नीम की छाल का उपयोग प्रसव की समस्या को दूर करने के लिए किया जा सकता है। नीम की छाल को पानी के साथ पीसकर उसमें घी मिलाकर कांजी के साथ पिलाए। ऐसा करने से प्रसव के दौरान होने वाली समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है।

10. ल्यूकोरिया के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद

नीम की छाल का इस्तेमाल प्रदर यानि ल्यूकोरिया के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। प्रदर की समस्या से छुटकारा पाने के लिए नीम की छाल और बबूल की छाल को बराबर मात्रा में लेकर इसका काढ़ा बना लें। अब इस काढ़े को सुबह-शाम पीए इससे प्रदर की समस्या ठीक हो जाती है।

11. गठिया के रोगियों के लिए लाभदायक है नीम की छाल

नीम की छाल गठिया के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद होती है। नीम की छाल को थोड़ा सा पानी के साथ महीन पीसकर इसका पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को दर्द वाले भाग पर लगाए ऐसा करने से गठिया के दर्द और सूजन दोनों में आराम मिलता है। इसके अलावा नीम की छाल के अर्क का दो-तीन दिन सेवन करें और इसका सेवन करने से बाद घी लगी रोटी का सेवन करें। ऐसा करने से लकवा की समस्या भी ठीक हो जाती है।

Disclaimer : यह लेख केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए हैं। यहाँ पर दी गयी जानकारी का उपयोग किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या या बीमारी के निदान या उपचार हेतु बिना विशेषज्ञ की सलाह के नहीं किया जाना चाहिए। चिकित्सा परीक्षण और उपचार के लिए हमेशा एक योग्य चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। HindiQueries.Com इस जानकारी की जिम्मेदारी नहीं लेता है।

Conclusion

मैं उम्मीद करता हूँ कि अब आप लोगों को नीम की छाल के फायदे (Benefits of Neem Bark In Hindi) से जुड़ी सभी जानकरियों के बारें में पता चल गया होगा। यह लेख आप लोगों को कैसा लगा हमें कमेंट्स बॉक्स में कमेंट्स लिखकर जरूर बतायें। साथ ही इस लेख को दूसरों के जरूर share करें, ताकि सबको इसके बारे में पता चल सके। धन्यवाद!

सुधांशु HindiQueries के संस्थापक और सह-संस्थापक हैं। वह पेशे से एक वेब डिज़ाइनर हैं और साथ ही एक उत्साही ब्लॉगर भी हैं जो हमेशा ही आपको सरल शब्दों में बेहतर जानकारी प्रदान करने के प्रयास में रहते हैं।

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