नाटक और एकांकी में अंतर – नमस्कार दोस्तों! क्या आप नाटक और एकांकी में अंतर (Natak Aur Ekanki Mein Antar) जानना चाहते हैं? यदि हाँ, तो आप सही जगह पर हैं। इस आर्टिकल में आपको नाटक किसे कहते हैं, एकांकी किसे कहते हैं, और नाटक और एकांकी के बीच अंतर के बारे में विस्तार से जानने को मिलेगा।
नाटक किसे कहते हैं? (Natak Kise kahate Hain)
वह रचना जो न केवल सुनने से बल्कि दृष्टि से भी श्रोताओं के हृदय में उमंग का अनुभव कराती है, वह नाटक या दृश्य कविता कहलाती है। नाटक में काव्य से अधिक सौन्दर्य है। श्रव्य काव्य होने के कारण इसका जन-चेतना से अधिक घनिष्ठ सम्बन्ध है। नाट्यशास्त्र में नाटक के लेखन और मंचन के लिए लोक चेतना को मूल प्रेरणा माना गया है।
एकांकी किसे कहते है? (Ekanki Kise kahate Hain)
एक अंक वाले नाटकों को एकांकी कहा जाता है। नाट्य साहित्य की परंपरा में, एकांकी का अस्तित्व नहीं था; यह बाद में आया है इसलिए इसे एक स्वतंत्र विधा के रूप में माना जाता है। यद्यपि एकांकी नाटक का संक्षिप्त रूप है, फिर भी यह इससे भिन्न भी है। इसमें केवल एक मुख्य घटना या जीवन की अनुभूति की कल्पना की जाती है।
यह भी जानें: महाकाव्य और खंडकाव्य में अंतर
नाटक और एकांकी में अंतर | Natak Aur Ekanki Mein Antar
नाटक और एकांकी में अंतर निम्नलिखित हैं:-
क्रमांक | नाटक | एकांकी |
---|---|---|
1 | नाटक में कई अंक होते हैं। | एकांकी में मात्र एक अंक होता है। |
2 | नाटक में अधिकारिक कथावस्तु के साथ-साथ अन्य प्रसांगिक कथाएं होती हैं। | एकांकी में अधिकारिक तथा (मूल कथा) होती है। |
3 | नाटक में पात्रों की संख्या अधिक होती है। | एकांकी में पात्रों की संख्या नाटक की अपेक्षा कम होती है। |
4 | नाटक दृश्य काव्य का वृहद रूप है। | एकांकी दृश्य काव्य का लघु रूप है। |
5 | नाटक में चरित्र का क्रमशः विकास दर्शाया जाता है। | एकांकी में पात्रों की क्रियाकलापों और चरित्रों का संयोजन इस रूप में होता है कि एकांकी होते हुए भी उसके व्यक्तित्व का समूचा बिम्ब मिल जाए। |
6 | नाटक में जीवन के विस्तार एवं चित्रण की विविधता होती है। | एकांकी में जीवन का एक पहलू ही उभरकर सामने आता है। |
7 | नाटक जहाँ मंथर गति से चरम की ओर बढ़ता है। | एकांकी बड़ी ही तीव्र गति से चरम एवं अंत को बढ़ती है। |
8 | नाटक का आकार एकांकी की अपेक्षा बड़ा होता है। | एकांकी का आकार नाटक की अपेक्षा छोटा होता है। |
9 | नाटक में अनेक घटनाओं का चित्रण होता है। | एकांकी में एक ही घटना का चित्रण होता है। |
अंतिम शब्द
तो दोस्तों, ये था नाटक और एकांकी में अंतर (Natak Aur Ekanki Mein Antar) और मैं आशा करता हूँ की आप को नाटक और एकांकी के बीच अंतर का यह लेख जरुर से पसंद आया होगा। अब अगर आपको इस लेख से कुछ भी सिखने को मिला हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरुर से शेयर करें।