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मित्र शब्द का परिचय
मित्र शब्द अकारांत नपुंसकलिंग संज्ञा शब्द है। सभी नपुंसकलिंग संज्ञाओ के रूप इसी प्रकार बनायें जाते हैं, जैसे- ज्ञान, धन, जल, बल, पुस्तक, दुग्ध, मित्र, मुख, वन, नगर, गृह, पुष्प, पत्र, कमल, नक्षत्र आदि।
मित्र शब्द रूप (Mitra Shabd Roop in Sanskrit)
मित्र शब्द के रूप विभक्ति में एवं तीनों वचनों में नीचे दिये गये हैं:
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथमा | मित्रम् | मित्रे | मित्राणि |
द्वितीया | मित्रम् | मित्रे | मित्राणि |
तृतीया | मित्रेण | मित्राभ्याम् | मित्रैः |
चतुर्थी | मित्राय | मित्राभ्याम् | मित्रेभ्यः |
पंचमी | मित्रात् | मित्राभ्याम् | मित्रेभ्यः |
षष्ठी | मित्रस्य | मित्रयोः | मित्राणाम् |
सप्तमी | मित्रे | मित्रयोः | मित्रेषु |
सम्बोधन | हे मित्र! | हे मित्रे! | हे मित्रे! |
अन्य महत्वपूर्ण शब्द रूप
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