Jalvayu Kise Kahate Hain | जलवायु किसे कहते हैं?

Jalvayu Kise Kahate Hain – नमस्कार दोस्तों! कैसे है आप सभी? मैं आशा करता हु की आप सभी अच्छे ही होंगे. दोस्तों क्या आप जानते है की जलवायु किसे कहते हैं? यदि नहीं जानते है तो कोई बात नहीं, क्योंकि आज इस आर्टिकल को पढने के बाद आप Jalvayu Kise Kahate Hain? के बारे में सब कुछ विस्तार से जान जायेंगे.

Jalvayu Kise Kahate Hain | जलवायु किसे कहते हैं?
Jalvayu Kise Kahate Hain | जलवायु किसे कहते हैं?

पृथ्वी पर शुरू से लेकर अब तक कई तरह के बदलाव होते रहे हैं। यहीं कहीं सभ्यता का विकास हुआ और पर्यावरण में परिवर्तन के कारण नष्ट हो गया था। प्रकृति मनुष्य से ऊपर है और मनुष्य को प्रकृति को समझने की जरूरत है। तभी मनुष्य पृथ्वी पर सुरक्षित जीवन जी सकता है। इस लेख में हम जलवायु को विस्तार से समझेंगे। और इस लेख में हम जानेंगे कि जलवायु का अर्थ क्या हैं और जलवायु का वर्गीकरण किस प्रकार से किया गया हैं.

तो चलिए शुरू करते है आज का यह आर्टिकल और Jalvayu Kya Hai के बारे में विस्तार से जानते है.

जलवायु किसे कहते हैं | Jalvayu Kise Kahate Hain

जलवायु क्या हैं? – जलवायु शब्द का प्रयोग किसी स्थान के वातावरण की स्थिति का वर्णन करने के लिए किया जाता है। जलवायु शब्द दो शब्दों जल और वायु से मिलकर बना है। यह शब्द वायुमंडल या वायुमंडल में पानी और हवा के अनुपात को दर्शाता है। किसी स्थान की जलवायु का तात्पर्य उस स्थान के औसत प्रकार के लंबे समय के मौसम से है।

उदाहरण के लिए, भारत की जलवायु यूरोप की जलवायु से भिन्न है। यह अक्सर यूरोप में हिमपात करता है और भयानक सर्दी होती है। भारत में ऐसी कोई बर्फबारी और सर्दी नहीं होती है। सरल शब्दों में किसी एक क्षेत्र का औसत मौसम यदि किसी एक प्रकार का लंबे समय तक बना रहता है तो उसे उस क्षेत्र की जलवायु कहते हैं। जहां मौसम कुछ दिनों या घंटों में बदल सकता है, वहीं जलवायु को बदलने में सैकड़ों-हजारों साल लग जाते हैं।

जलवायु की विशेषताए क्या हैं?

जलवायु की निम्नलिखित विशेषताएं हैं:

  1. किसी स्थान की जलवायु एक लंबी अवधि में उस स्थान के मौसम का औसत अनुमान है।
  2. जलवायु एक बड़े क्षेत्र की वायुमंडलीय स्थितियों का प्रतिनिधित्व करती है।
  3. जलवायु किसी स्थान की वायुमंडलीय विशेषताओं का प्रतिनिधित्व करती है।
  4. जलवायु से तात्पर्य किसी स्थान के वातावरण में ऊर्जा और पदार्थ के आदान-प्रदान से है।

जलवायु का वर्गीकरण

बीसवीं शताब्दी की शुरुआत से ही जलवायु क्षेत्रों को तापमान और वर्षा के आधार पर विभाजित किया गया है। 1900 में, जर्मन मौसम विज्ञानी व्लादिमीर कोप्पेन ने जलवायु क्षेत्रों को 5 भागों में विभाजित किया। जिसे कोपेन जलवायु मौसम वर्गीकरण कहते हैं। इसमें उन्होंने १९१८ और १९३६ के बीच कई महत्वपूर्ण परिवर्तन किए। इसके बाद, भागों को उपखंडों और छोटे भागों में भी विभाजित किया गया और उन्हें सूत्रों द्वारा भी दिखाया गया।

कोपेन जलवायु मौसम वर्गीकरण के पांच मुख्य भाग इस प्रकार हैं:

1. उष्णकटिबंधीय आर्द्र जलवायु – इन जलवायु क्षेत्रों में औसत तापमान 18 डिग्री से अधिक है। इन क्षेत्रों में वर्ष के दौरान सबसे अधिक वर्षा होती है। और मौसम में नमी रहती है।

2. शुष्क जलवायु – इन जलवायु क्षेत्रों में वर्षा की तुलना में अधिक वाष्पीकरण होता है। अंत में, इन क्षेत्रों की जलवायु शुष्क या अर्ध-शुष्क रहती है।

3. उष्ण शीतोष्ण (मध्य अक्षांश) – इन क्षेत्रों में, बहुत ठंड के समय में तापमान 3 डिग्री सेल्सियस से अधिक और 18 डिग्री सेल्सियस से कम होता है।

4. महाद्वीपीय (ठंडी बर्फीली वन जलवायु) – इन क्षेत्रों में अत्यधिक ठंड के समय तापमान 0 से 3 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है।

5. ध्रुवीय या ठंडी जलवायु – इन क्षेत्रों में हमेशा बर्फ जमी रहती है। यहाँ का मौसम साल भर 10°C से भी कम रहता है।

जलवायु परिवर्तन के कारण

जलवायु परिवर्तन के दो प्रमुख कारण हैं-

  • मानवीय
  • प्राकृतिक

1. प्राकृतिक कारण –

  • सौर कलंक
  • ज्वालामुखी क्रिया

2. मानव जनित कारण –

  • वन विनाश
  • कृषि जीवाश्म ईंधन
  • औद्योगीकीकरण

जलवायु से सम्बंधित कुछ प्रश्न-उत्तर (FAQs)

जलवायु किसे कहते हैं?

जलवायु किसी बड़े इलाके का औसत मौसम है जो कि एक लम्बे समय से बना रहता है.

जलवायु से क्या आशय है?

किसी बड़े क्षेत्र के तापमान, वायुदाब, वायु प्रवाह,आर्द्रता,वर्षा आदि के कम से कम तीस वर्षों के औसत को उस क्षेत्र की जलवायु कहते हैं।

मौसम और जलवायु में क्या अंतर है?

जहां मौसम कुछ दिनों या घंटों में बदल सकता है, वहीं जलवायु को बदलने में सैकड़ों-हजारों साल लग जाते हैं।

पृथ्वी पर कितने प्रकार की जलवायु होती है?

तापमान के आधार पर पृथ्वी की जलवायु को तीन मुख्य वर्गों में रखा जा सकता है-उष्णकटिबंधीय, शीतोष्ण कटिबंधीय तथा ध्रुवीय । वर्षा के आधार पर शुष्क, आर्द्र, ऋतुवत् शुष्क तथा ऋतुवत् आर्द्र जलवायुविक प्रकारों की पहचान की जा सकती है।

भारत की जलवायु कितनी है?

भारत की जलवायु 12 महीने बदलती रहती है. भारत की जलवायु उष्णकटिबंधीय मानसूनी जलवायु है.

अंतिम शब्द

तो दोस्तों आज हमने Jalvayu Kise Kahate Hain? के बारे में विस्तार से जाना है और मैं आशा करता हु की आप सभी को आज का यह आर्टिकल जरुर से पसंद आया होगा.

यदि आप के मन में जलवायु किसे कहते हैं? से सम्बंधित कोई भी प्रश्न है तो निचे कमेंट कर के जरुर पूछे. और इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ भी जरुर से शेयर करे.

सुधांशु HindiQueries के संस्थापक और सह-संस्थापक हैं। वह पेशे से एक वेब डिज़ाइनर हैं और साथ ही एक उत्साही ब्लॉगर भी हैं जो हमेशा ही आपको सरल शब्दों में बेहतर जानकारी प्रदान करने के प्रयास में रहते हैं।

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